Saturday, February 13, 2010

SAT GUR MERE KI VADAII

सतगुर मेरे की वड़आई ,
परगट भई है सबनी थाई II

सतगुर मेरा बे -मुहताज ,
सतगुर मेरा सर्ब का ताज II

सतगुर मेरा सर्ब का दाता
सतगुर मेरा पुरख विधाता

गुर जेसा नाहीं कोई देव
जिस मस्तक बाघ सो लागे सेव

सतगुर मेरा सर्ब गत पाए
सतगुर मेरा मार जीवाए

सतगुर के सद बल बल जाया,
परगट मार्ग जिन कर दिखलाया


No comments:

Post a Comment